नारी छबि



नारी का होना ही जीवन का होना दिखाई देता है,

बिना इनके कहा जीवन का खिलौना दिखाई देता है !!
जहाँ भी जीवन दुनिया में दिखाई देता  है,
नारी के आसपास होने  का, संकेत दिखाई देता है !!
नारी के बगैर घर का कहाँ अस्तित्व दिखाई देता है,
घर इन्ही से सुन्दर स्वर्ग का मंदिर दिखाई देता है !!
आँचल में दूध ममता का समंदर दिखाई देता है, 
वीरान समंदर भी नदियों के बिना सुनसान दिखाई देता है!!
किलकारिय गूंजती बागवां दिखाई देता है,
नारी से ही गुलशन आबाद खुशनुमा दिखाई देता है!!

!!राजेंद्र हिन्दुस्तानी!!