इस दिन (Nag Panchami Festival) नागों की विधि-विधान से पूजन करने से व्यक्ति के कुंडली के दोष ख़त्म होते है और उसे नागराज का आशीर्वाद मिलता है जिससे भक्त के जीवन की सभी अडचनों का नाश होता है। आइये जानते है नाग पंचमी कब (Nag Panchami 2022 Date) और क्यों मनाई जाती है और इसकी शुरुआत कैसे हुई। इसके अलावा इसके महत्त्व (Nag Panchami Significance) और पूजा के तरीके (Nag Panchami Pooja at Home) के बारे में भी जानेंगे।..
हिंदू पौराणिक कथाओं और धार्मिक संस्कारों में नागों का हमेशा से महत्वपूर्ण स्थान रहा है। नागों का प्रतीक नाग माना जाता है। नाग पंचमी भारत में सांपों की पूजा करने के लिए मनाया जाने वाला हिंदू त्योहार है। यह नेपाल और भारत के अधिकांश हिस्सों में विशेष रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन नागों का विधि-विधान से पूजन करने से व्यक्ति के कुंडली के दोष ख़त्म होते है और उसे नागराज का आशीर्वाद मिलता है जिससे भक्त के जीवन की सभी अडचनों का नाश होता है। (Nag Panchami 2022)
आइये जानते है नाग पंचमी कब और क्यों मनाई जाती है और इसकी शुरुआत कैसे हुई –
When is Naga Panchami Celebrated?
नाग पंचमी श्रावण के महीने में शुक्ल पक्ष (अमावस्या के बाद उज्ज्वल आधा) में पांचवें दिन (पंचमी) को मनाई जाती है। यह जुलाई या अगस्त में पड़ता है। वैसे इस वर्ष Nag Panchami, 2 अगस्त 2022 को मनाई जाने वाली है।
Why is Nag Panchami Celebrated?
यह सावन के शुभ महीने के दौरान मनाया जाता है। नाग पंचमी हिंदू परंपरा में नाग देवता को समर्पित एक दिन है। कहा जाता है की इस पूरी धरती को शेषनाग द्वारा अपने मस्तक पर धारण किया हुआ है जो की भगवान विष्णु की शैया है जब वे अपने फन को हिलाते है तो प्रलय आ जाता है। (Nag Panchami 2022)
पौराणिक कथाओं के अनुसार,
- नागों का जन्म कश्यप की तीसरी पत्नी से हुआ था जो ब्रह्मा के पुत्र हैं उन्होंने पाताल लोक पर शासन किया।
- शास्त्रों में आठ प्रमुख नागों का वर्णन किया गया है।
- उनमें से एक कालिया नाग था जो दुष्ट था।
- भगवान ने विष्णु के अवतार जब कृष्णा का अवतार लिया था जब वे केवल सुकुमार बालक की तरह थे।
- उन्होंने कालिया को हरा दिया और उनके सिर पर नृत्य किया, जिससे उसके कुकर्मों का नाश हो गया।
- इस तरह से नाग पंचमी उस दिन का प्रतीक है जिस दिन कृष्ण ने कालिया नाग को हराया था।
वैसे तो नाग पंचमी का पर्व पुरे भारत में मनाया जाता है किन्तु कुछ हिस्सों में इसे ज्यादा विशेषता प्राप्त हुई है
विशेष -:
- इस दिन सर्प व नाग की पूजा करने का विधान है।
- इस दिन पर अष्टनागों की पूजा की जाती है।
- आज के दिन ही काशी में नाग कुआँ नाम से प्रख्यात जगह पर विशाल मेला भी लगता है।
Nag Panchami Puja Shubh Muhurat
02 अगस्त सुबह 5:43 बजे से सुबह 8.25 बजे तक
Nag Panchami Importance
धर्म ग्रंथों के अनुसार,
- नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से जीवन के कष्टों का नाश होता है।
- अगर कोई व्यक्ति इस दिन नागों के दर्शन करता है तो यह बहुत शुभ होता है।
- इस दिन नागों को दूध से स्नान कराने से अक्षय पुण्य, मनचाहे फल की प्राप्ति होती है।
Nag Panchami Pooja
- सुबह जल्दी उठकर घर की साफ-सफाई करके सभी रोज के कामों को पूर्ण कर लीजिये।
- उसके बाद नहा कर साफ कपड़े पहने।
- पूजा के लिए चावल का भोग तैयार करे।
- इसके बाद दीवार की किसी भाग पर कच्चे दूध में कोयला घिसा जाता है।
- इससे दिवार पर एक घर की आकृति बनाई जाती है उसमे सर्प की आकृति बनाते है।
- नागों की बांबी की इस दिन पूजा करते है व दूध चढाते है।
- दिवार पर बनी नाग की आकृति पर दही, दूर्वा, सुगन्धित द्रव्य, चावल, हल्दी, फुल, जल, कच्चे दूध से पूजन करें।
- उसके बाद में मीठे का भोग लगाकर आरती करते है।
- इस दिन नाग पंचमी की कथा का श्रवण भी करना चाहिए।
- इस दिन नागदेव का दर्शन भी करना चाहिए इससे सर्पदोष का नाश होता है।
Nag Panchami Story
प्राचीन समय में एक सेठ था उसके सात पुत्र थे। सातों के विवाह पूर्ण हो चुकें थे सबकी संताने भी थी। सबसे छोटे पुत्र की पत्नी बहुत सुशील थी पर उसकी कोई संतान नहीं थी। सास, जेठानी उसे ताने मारते थे। एक तो संतान न होने की तकलीफ और ऊपर से सभी के ताने सुन वो रोने लगती। इस पर उसका पति उसे समझाता है की संतान होना तो भाग्य के अनुसार होता है फिर तुम क्यों रोती हो। इस पर वह बोलती है रोऊ न तो क्या करू सब मुझे बाँझ कहते है इस शब्द ने मुझे परेशान करके रखा है।
पति कहता है सब जो कहते है कहने दो मैं तो ऐसा कुछ तुम्हे नहीं कहता हूँ तुम मेरी बात मानो और इस बात को छोड़कर खुश रहो। पति से ऐसे वाक्य सुन उसे थोड़ा सुकून मिलता लेकिन जैसे ही कोई उसे ताने सुनाता वो फिर रोने लगती है।
एक दिन नाग पंचमी का दिन था चौथ की ही रात में उसे सपने में पांच सर्प दिखाई देते है। उनमे से एक उन्हें कहता है है पुत्री कल नागपंचमी है यदि तुम इस दिन नागों का पूजन करों तो तुम्हे पुत्र धन की प्राप्ति होगी। यह सुन वह चौक उठ बैठती है और पति को जगाकर अपने सपने के बारे में बताती है।
पति कहता है ठीक है तुम यदि ऐसा करना चाहती हो तो कल यदि तुम्हे पांच नाग दिखाई देते है तो तुम उनका पूजन करना नाग को कच्चे दूध से स्नान करवाया जाता है तो तुम उन्हें कच्चे दूध से स्नान करवाना। दुसरे दिन उसने इसी तरह से किया और नागों की पूजन के फलस्वरूप उसे नौ महीनों के बाद सुन्दर पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। इस तरह से नागपंचमी का महत्त्व और बढ़ता गया।
क्या न करे –
- इन दिन किसान जमीन पर हल नहीं चलाते है।
- इस दिन सुई में धागा भी नहीं डाला जाता है।
- कैंची, चाकू या सिलाई मशीन का उपयोग किसी भी तरह से नहीं किया जाता।
- इस दिन भूलकर भी सर्प को नुकसान न पहुचाएं माना जाता है इससे सर्प दोष लगता है।
- इस दिन तवे और कड़ाई को आग पर नहीं चढ़ाया जाता है।
क्या जरुर करे –
- इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है इसलिए शिवालय जरुर जाएँ।
- नाग देवता को सुगंध प्रिय होती है इसलिए उन्हें कोई सुगन्धित वस्तु अर्पित करे जैसे इत्र, फुल आदि।
- किसी शिव मंदिर में जहाँ नाग न हो वंहा नाग प्रतिष्ठित करवाएं।
- चांदी के नाग-नागिन बनवाकर उन्हें बहते जल में प्रवाहित करें।
Conclusion of This Article (आपने जाना)
Nag Panchami 2022 के आज के आर्टिकल में हमने आपको बताया की इसका शुभ मुहुर्त कब है और इस दिन को इतना ज्यादा क्यों मनाया जाता है साथ ही हमने जाना की इसके पीछे का महत्त्व व इस दिन किस कथा का श्रवण किया जाता है। उम्मीद करते है आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा तो प्लीज इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर ताकि वे भी इस दिन के महत्त्व के बारे में जान सके।
(Frequently Asked Question) अधिकतर पूछे जाने वाले सवाल
जिन्हें कालसर्प दोष होता है उन्हें नागपंचमी के दिन नाग की व भगवान शिव की पूजा करने से लाभ होता है। नागदेव की आराधना से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
नागपंचमी के दिन दही या मट्ठे में चावल पकाकर उसे नाग देवता और देवी-देवताओं को अर्पित करके प्रसाद स्वरूप खाने की परंपरा है।
नाग पंचमी के दिन धरती पर हल चलाना, सुई में धागा डालना, आग पर तवा और लोहे की कढ़ाही चढ़ाना अशुभ माना जाता है।
लोगों को अक्सर सपने में सांप दिखाई देते है या उन्हें सांप काटने का भय सताता है तो उन्हें नाग पंचमी पर खास उपाय करने चाहिए। इससे उनकी सारी तकलीफें दूर हो सकती हैं।
Also Read – Raksha Bandhan 2022 | कब मनाई जाएगी राखी इस साल, जाने इतिहास
इसी तरह आप अपने पसंदीदा ब्लॉग को Instagram पर Follow, YouTube पर Subscribe, Facebook Page को Like और Telegram चैनल को Join भी कर सकते है।
Must Visit –
- कंप्यूटर और मोबाइल से जुडी नयी-नयी टेक्नोलॉजी जानने के लिए क्लिक करे
- न्यू जॉब अलर्ट के लिए क्लिक करे
DISCLAIMER
हम अपने इस पोस्ट के जरिये केवल आप तक सही, आपके लिए सुरक्षित और विशेषज्ञों द्वारा जाँच किये हुए नुस्खे को व जानकारी देने का प्रयास कर रहे है लेकिन इसके बावजूद किसी home remedy, tips या hacks अजमाने व किसी fitness tips को follow or try करने से पहले आप अपने डॉक्टर से advice जरुर ले लेवे। किसी भी शिकायत या feedback देने के लिए नारिछबी के contact us में जाकर मेल करके आप हमसे संपर्क कर सकते है।